वासना भरे मस्तिष्क में, प्रेम का क्या भावार्थ। आकर्षण मात्र अब दिखता, इसे कहूॅं क्या स्वार्थ।। भा रहा शरीर है, स्त्री की सुंदरता किसे दिखी प्रेम कैसे हो पवित्र अब, जरा बता ओ पार्थ।। ©mogare_ke_alfaz #स्त्री #वासना #love #atraction #life #truelove #dhokha #L♥️ve #zindagi #stree