अच्छे थे वो दिन महफूज थे हम । हर व्यथा हर दुख से दूर थे हम, अपने ही धुन में मसरूफ थे हम, वजह-बेवजह मगरूर थे हम, बेपरवाह हसरतों में चूर थे हम, अच्छे थे वो दिन महफूज थे हम ।। बचपन..... #childhood's memory #nojotohindi#poetrylovers