मैं पूँछती हूँ, प्रभु ! आज तुमसे कि मेरा जीवन आखिर किस अर्थ हुआ? कुछ न कर पाई जीवन में, मानो यह जीवन व्यर्थ हुआ, क्यों संघर्षों का अंत नहीं? क्या मुझसे कोई अनर्थ हुआ? प्रभु !दर्शन देकर आज मुझे, तुमने मुझको कृतार्थ किया किया, अब सफल हुआ जीवन मेरा, तुमने जो जीवन को नव अर्थ दिया, अब सघर्षों का भय नहीं, तुम साथ हो मेरे संशय नहीं तेरे साथ ने मुझे समर्थ किया प्रभु दर्शन देकर आज मुझे तुुमने मुझको कृतार्थ किया || #nojoto हिंदी poem #मैं पूँछती हूँ प्रभु आज तुमसे कि -मेरा जन्म कहो किस अर्थ हुआ................................................... तुम साथ हो मेरे संशय नहीं, तेरे साथ ने मुझे समर्थ किया |.......... प्रभु दर्शन देकर आज मुझे, तुमने मुझको कृतार्थ किया #Smriti.... Monika 🙏🙏✍️