रोज़ एक हार के साथ राते बिता कर, हर सुबह एक जीत का दीपक जलाया है।। रोज़ खुद को तोड़ के आकार देते - देते, आज जीवन के हर मोड़ पर खुदको खुदगर्ज़ बनाया है।। खुदगर्ज़ बनाया है।। #खुदगर्ज #munasif_e_mirza #munasif_life