अपनों से नाता तोड़ दिया , फेसबुक से रिश्ता जोड़ लिया! भूल गए हाथों की नोटबुक को, बना दिया सब कुछ फेसबुक को! फेसबुक पर हजारों से बातें हो, घर में बैठे सबसे इतराते हो! थोड़ी बहुत चला लिए काफी है, पूरे दिन लगे हो यह कैसी इंसाफी है! #poetry #poet #facebook #status #quotes #stories #comedy #likes #hindi #kavita Akshita Jangid(poetess)