मेरे मंसूब पर लिखा हुआ मतलब नज़र आया.... लोगो को सब नज़र आया... मगर ' मेरी उल्फत पर परदा था... कई आशिक हुए यहाँ पर ख़ाक..... लेकिन महोब्बत पर कभी आंच नहीं आई वो कल भी बैसाख थी जो आज भी .हे बेसुमार... ©G0V!ND_DHAkAD #mansub mere #mansub par likha huaa #matlb nazar aaya.... logo ko sab nazar aaya meri #ulfaat pr magr #Prada tha... kai aashiq huye yaha pr khak #Mahobbt pr kabhi aach nhi aayi .... wo kal bhi #besakh thi aaz bhi #besumar he....