दोनों महापुरुषों का जो राजनीति में परिवाद भ्रष्टाचार जातिवाद के इस्तेमाल के लिए विरोध शास्त्री की बनियानी पर वह समाजवाद को शासन का मुख्य आधार बनना चाहते थे मगर इन दिनों मानव समाजवादी राजनीति का पर्याप्त बन गया है परिवारवाद भ्रष्टाचार और जातिवाद दरअसल 11 अक्टूबर और 12 अक्टूबर को समाजवादी राजनीति के कितने पूरा रोज नेताओं द्वारा जेपी लोहिया के कर्मा जयंती पर पुण्यतिथि मनाई जाने का अवसर था इसलिए यह विमर्श के केंद्र में आया कि आखरी और आंदोलन से निकले नेतागण जो बिहार व उत्तर प्रदेश की राजनीति में सत्ता के केंद्र में रहे उनके विचारों को कितनी अहमियत देने दे पाएंगे ©Ek villain #राजनीति में परिवारवाद पर नियंत्रण #Save