ऐसी ही रात थी,,, सपनों में डूबी हल्की सर्द ओढ़े गुलाबी नींदें।।।।।।। एक ज़हर हवा में घूमा.. सांस खींचते शरीर बिछते चले गए।।।।।। एक कौम राक्षसों की हमेशा रहेगी....... पैसे से सब खरीद लेंगे न्याय हो या राजनीति।।।।।।। यूनियन कार्बाइड ने नाम ही तो बदला... डाऊ और डुपोंट आज भी जहर बेच रहे हैं।।।।। 😌 हजारों गरीब और एक अमीर की लाश में फर्क होता है 😌 भोपाल गैस कांड 02-03.12.1984 😔हरि ॐ😔 ©Ram Yadav #अध्यात्म #पर्यावरण #भारत #राजनीति #कृषि