बर्बादी का अपनी सबब खुद ही बन गया। मेरी तो गयी उम्र भला उसका क्या गया। आलम भी तो ये है कि हिमाकत ना करें हम। और पूछते हैं मुझसे वो कि मेरा क्या गया। .................... संदीप"सोगवार"....................... .................................................................... ©Sandeep Tripathi ......... संदीप"सोगवार'.......... ....................................... सोगवार..... ग़म से भरा हुआ, बहुत दुखी आलम...... दुनिया, जहां,हद,ज़माना, हिमाकत.... दुस्साहस, बेवकूफी वाला कदम, हिम्मत।