Nojoto: Largest Storytelling Platform

जानती हो.... जब भी तुम्हारी ज्यादा याद आती है ना औ

जानती हो....
जब भी तुम्हारी ज्यादा याद आती है ना और तुम बात नहीं कर पाती..मैं अपनी अलमीरा के उस कोने में हाथ डालता हूं जहाँ मेरा नीला स्वेटर रखा है- वो स्वेटर जिसमें तुम्हारी भीनी सी ख़ुशबू है, जिसमे वो खूबसूरत अहसास भी है जब तुमने पहली बार अपना सर मेरे सीने पर रखा...सब कुछ सजीव हो जाता है स्वेटर को छूते ही...😊 जानती हो....
जब भी तुम्हारी ज्यादा याद आती है ना...
जानती हो....
जब भी तुम्हारी ज्यादा याद आती है ना और तुम बात नहीं कर पाती..मैं अपनी अलमीरा के उस कोने में हाथ डालता हूं जहाँ मेरा नीला स्वेटर रखा है- वो स्वेटर जिसमें तुम्हारी भीनी सी ख़ुशबू है, जिसमे वो खूबसूरत अहसास भी है जब तुमने पहली बार अपना सर मेरे सीने पर रखा...सब कुछ सजीव हो जाता है स्वेटर को छूते ही...😊 जानती हो....
जब भी तुम्हारी ज्यादा याद आती है ना...

जानती हो.... जब भी तुम्हारी ज्यादा याद आती है ना...