पक्षपात राम से किया कैकई ने तो रामजी राम हुए ध्रुव से किया सुरुचि ने तो वे ध्रुव तारे कहलाए एकलव्य से किया द्रोणाचार्य ने तो वे गुरुभक्त कहलाए कभी कभी ये ही सही रास्ता हमें दिखाए सबसे ऊंचा हमें उठाकर आसमान पर हमें बिठाए। Dr. Shalini Saxena ©Dr. Shalini Saxena #पक्षपात #WForWriters