खिलखिलाती है ज़िंदगी, कोई ग़म ए दीदार नहीं नज़र सिर्फ़ कर्म पर, "माँ" सा यहाँ कोई प्यार नहीं होश है जोश है, यहाँ होता किसी पर एतबार नहीं भटके जो कर्म पथ से, उससे बड़ा गुनाहगार नहीं नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳