जहां तक चलना साथ चलना जब ये तय था फैसला अकेले लेना ये कहां तय था परिस्थितयों के हाथ तो सभी मजबूर होते हैं पर क्या साथ मिलकर फैसला लेना क्या तुझे ये भी नामंजूर था! पता तो था न तुझे अकेले फैसलों से दरमियां फासला बन जाता है फिर भी क्यूँ ? #फैसला #फासला if making yr decision by yrself .. how can I trust you!