Nojoto: Largest Storytelling Platform

पंछी मै, एक पिंजरबंद परिंदा | होते हुए भी नह

पंछी      
मै, एक पिंजरबंद परिंदा |
होते हुए भी नही हूं जिन्दा || 

उड़कर जाना चाहता हूं सब के पास |
बस मे नही कुछ,दिख भी नही रही कोई आस ||

क्या करूं व्यक्त,भावना कोई समझता नही |
कितनी भी करूं मसक्कत मेरी कोई सुनता नही ||

नही जीनी ये जिंदगी,जहाँ सब के साथ नही रह सकता |
है ये एक ऐसी जंग जिसे मै लड़ भी नही सकता ||  

                                                                                                    :-Jatin #लाचार
पंछी      
मै, एक पिंजरबंद परिंदा |
होते हुए भी नही हूं जिन्दा || 

उड़कर जाना चाहता हूं सब के पास |
बस मे नही कुछ,दिख भी नही रही कोई आस ||

क्या करूं व्यक्त,भावना कोई समझता नही |
कितनी भी करूं मसक्कत मेरी कोई सुनता नही ||

नही जीनी ये जिंदगी,जहाँ सब के साथ नही रह सकता |
है ये एक ऐसी जंग जिसे मै लड़ भी नही सकता ||  

                                                                                                    :-Jatin #लाचार