कभी मेहनत नही करते बस बैठे रहेते है हाथ पर हाथ धरे और जो महन्त करते है उनकी तो किस्मत का सितारा हर दम चमकता ही रहेता किस्मत के भरोसे था राजा न पढाई की और न कोई क्लास अटेन्ड की बस एक ही बात बोलता रहा पंडित ने कहा है मै हर हाल मे अवल आऊंगा तो फिर किस बात की फिर्क करूं और दुसरी तरफ समर पूरे दिल से लगा था परीक्षा की तैयारी मे उसको तो अपने पापा का नाम करना था पूरे शहर मे फिर एक रोज परीक्षा का दिन भी आगया जैसे ही पर्चा हाथ मे आया राजा के तो होश ही उड गये कूछ भी तो नही आता था उसको एक भी पर्चा अच्छा नही गया । फिर रिजल्ट भी आया तो क्या था राजा की मम्मी हाथ मे डंडा लेकर राजा के पिछे और समर की मम्मी हाथ मे मिठाई का डब्बा लेकर सब मे बांट रही थी । किस्मत भी उनका साथ देतो है जो महन्त करते है । (चाँदनी) ©Sangeeta Verma किस्मत अपनी अपनी