मुझे लगता है मैं एक सूखती नदी के किनारे खड़ी नाव की तरह हूँ जिसकी मनोदशा की चर्चा कोई नहीं करता.. सब नदी पर नज़र रखते हैं कि वो क्यूँ सूख रही? मेरी सूखती कलम ठीक उस नदी की तरह है और मेरा मन वो नाव...इसलिए जब कोई नदी सूखती है तो मैं उस नदी के लिए नहीं उसके किनारे खड़ी नाव के लिए रोती हूँ.. . . आख़िर किसी का मन समझना इतना भी आसान कहाँ..? क्यूँकि सबसे भयावह है शब्दों में न लिख पाना..! . . . #yqbaba #yqhindi #hindiquotes #yqdidihindi #pc_google #yqdidi #नाव #मन