आज सुबह जब मै जगी ,हर रोज की तरह ही अपने कामों में व्यस्त होगाई। अपने काम कि धुन में मै खोई हुई थी ,की आचनक एक आवाज अाई 😧। मै थोड़ी सहमी 😯पर फिर मैंने हिममत किया। ओर आवाज की आहट सुन कमरे से बाहर आई । हा डर रही थी मै , क्यूं की अकेली जो थी पूरे घर में आज। फिर को खामोशी से आवाज के पीछे पीछे गई । तो मैंने देखा कि कोई खड़ा है ? मेरे खिड़की के पर्दे के पीछे ,मै हिम्मत कर आगे बढ़ी । अब मैं उस पर्दे के बिल्कुल ही पास पहूंच चूकि थी । अब बस मैं अपना हाथ उसके कंधे पर रखने ही वाली थी। की आचनक मेरी सिर पर किसी ने हाथ रखा ? 😥😥😥 फिर किया मैंने उसका हाथ ही पकड़ लिया और जैसे ही अपनी आखे खोली । मैंने खुद को अपने एक भयानक सपने मै पाया ।।😀😃😃😃 #yostowrimo में आज की कहानी की में कुछ अचानक घटित होता है और आप कहानी के संसार में दाख़िल हो जाते हैं। विज़ुअलाइज़ करें। जैसे:- अचानक - दरवाज़े पर दस्तक होती है। अचानक - फ़ोन की बैटरी ऑफ़ हो जाती है। अचानक - पेट में तेज़ दर्द उठता है। अचानक - गली से गोलियाँ चलने की आवाज़ आती है। ऐसी कई घटनाएँ हो सकती हैं जिससे एक कहानी का जन्म हो सकता है। #अचानकएककहानी #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi