धुन ज़िंदगी की चलती है, कभी सुर पर ताल चलती है अपनी, कभी बेसुरा धुन से गूंज जाती है ज़िन्दगी, पर हिम्मत हो सुरीली धुन सुने की ज़िन्दगी, की तो सब ताल मेल को बैठा कर, एक एक सुर जोड़ कर सुरीली धुन से , अपनी ज़िन्दगी को एक दिन सुखमय बना डालो.. धुन ज़िन्दगी की, साँसों पर चलती है, उम्र ढल जाती है पर कब ये ढलती है... #धुनज़िन्दगीकी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi