तुम्हें लगता है , झूठ बोलता हूँ मैं बनाकर रिश्ते, फरेब करता हूँ मैं पल-पल सिमटे सोचकर ये मन सच! चांद को भी अब सूरज की आग कहता हूँ मैं ©Kajalife.... #Feeling #Kajalife #Nojotowriter #02April