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शायरी के लिए कलम को 'अल्फ़ाज़' जरूरी है, मोहब्बत क

शायरी के लिए कलम को 'अल्फ़ाज़' जरूरी है,
मोहब्बत के लिए ज़ज्बातों का मिलना जरूरी है।
किसी इंसान से भले एक दफा ही मिलो,
लेकिन दोबारा मिलने के लिए दिल मिलना ज़रूरी है। #zaroorihai
शायरी के लिए कलम को 'अल्फ़ाज़' जरूरी है,
मोहब्बत के लिए ज़ज्बातों का मिलना जरूरी है।
किसी इंसान से भले एक दफा ही मिलो,
लेकिन दोबारा मिलने के लिए दिल मिलना ज़रूरी है। #zaroorihai