पूर्ण न हाे कभी वाे कविता बन गयी मैं समागम न हाे कभी सागर से वाे सरिता बन गयी मैं तेरे प्रीत के रंग मे मैं ऐसी रंगी सांवरे कि तु मेरा श्याम - तेरी मीरा बन गयी मै.. श्याम तेरी बंशी पूकारे ऱाधा नाम लाेग करे मीरा काे यूं ही बदनाम श्याम #मीरा #राधा #प्रीत #मूरली #सरकार #yqbaba #yqdidi #yqquotes