पढ़ना कहाँ गवारा था मुझे, उतना ही पढ़ा जिसके बगैर गुज़ारा नहीं था, सिर्फ जुगनू तो समझ मुझे , तेरी कही मान लिया, मै सितारा नहीं था. अरशद आलम अर्श #जुगनू