साँप सरीखा सरपट सेज से भागा न करोगे, नाप परिखा करवट तज के दगा न करोगे! कि हरि बनना था तुम्हें हूक हरण को,कहो वापसी पर भाँप परख निष्कपट प्रीतिकर आसेवन में नागा न करोगे!!:) ©RAVINANDAN Tiwari #OneSeason #श्रृंगार_कच्ची_सड़क