सुना है मिलता है सब कुछ यहां
पर मुकम्मल इक इश्क नहीं मिलता
है मगर भीड़ में भी फिर भी हम तनहा
कोई सदा के लिए यार नहीं मिलता
बातें तो मैं खुद से भी कर लेता हूं
मुझे सुनने को कोई तैयार नहीं मिलता
मिलता है सबको यहां सब कुछ यहां
एक हमको बस अपना यार नहीं मिलता #yqdidi#रातकाअफ़साना#रूप_की_गलियाँ#rs_rupendra05#मुकम्मल_इश़्क#यारनहीमिलता