वहम है ये तेरा और कुछ भी नहीं.......... ये शामें, ये रातें, वो, तुम और शायद मैं भी ............ वो कश्ती, किनारा और डूबते का सहारा, ये दुनियां इन खत्म हो रहे पन्नों की किताब सी है महज़ और कुछ भी नहीं......... ©duggu #Vaham #sirftum #Love #Pain #leaf