हे गुरु द्रोण, मैं जा रहा हूं पर एक दिन सम्मुख आऊंगा। मुख तेजहीन होंगे उस दिन सबके जब सज धज के रण में आऊंगा। हे गुरु द्रोण मैं जा रहा हूं पर एक दिन सम्मुख आऊंगा। सारथी पुत्र मैं, अधिरथ सुत महारथी कहलाऊंगा। वीरता होगी धन्य मुझपर मैं वो इतिहास बनाऊंगा । ((हे गुरु द्रोण मैं जा रहा हूं)) by Naveen tyagi char yugo ki vahi kahani,, ©Naveen Tyagi part of a poetry 📖 book,, char Yugo ki vahi kahani,, drona– Karn Samvaad #poetery