स्वयं में बेरंग होकर भी दूसरों के रंग में रंग जाता है पानी... जिधर ढाल दो बह जाता है बारिश की छोटी बूंदों में तो कभी पर्वतों से गिरती नदियों में कभी सागर की लहरों में कभी तालाब बन ठहर जाता है अलग-अलग रंग रूपों में यह परिस्थिति अनुरूप ढ़ल जाता है स्वयं में बेरंग होकर भी दूसरों के रंग में रंग जाता है पानी... जिधर ढाल दो बह जाता है सुप्रभात। #विश्वजलदिवस पर हम सभी जल के संरक्षण का प्रण लेते हैं। जल समस्त धरती को घेरे हुए है। मानव शरीर में इसी की प्रधानता है। आइए, जलोत्सव मनाते हैं। #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #भुवनेश #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqbhaijan