खामोशी से बचते थे,खूब बातें करते थे,हंसना हंसाना फितरत थी। गामोशी से टूट गए,रोना सुधारना शुरू किया,अब इश्क हज़रत है।। भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक। परिणाम की घोषणा कल रात 8 बजे तक। सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे । 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें।