रूम पार्टनर #दोस्त#छोटा भाई.. होली के छुट्टी में जब से तुम घर गए हो तब, से हमलोगो के विच बाते नही हो पाई। मै भी थोड़ा दर्प मे था ओ कॉल नही कर रहा हैं,तो मैं ही क्यो करु.... फिर पता चला कि तुम्हारी तबियत खराब हैं। सुनो लड़के! भोर की बेला मे...चांदी सी छिटकी बूंदों से..इस सफेद टी-शर्ट और काले जींस में..किसी गुलाब के पत्ते पर रची गई ... तुम सबसे सुंदर कविता हो... हे मौन लड़के... तुम्हारा प्रेम और प्रतीक्षा ...दोनो अनंत हैं। अपने अस्तित्व के जिस बिंदु पर, मै इस अनंत को लिख पा रहा हूं। सारा लेखन तुम्हे जल्द स्वस्थ होने के लिए , प्रार्थना के रूप में ईश्वर के चरणों में अर्पित करता हूं । ©Omprakash Op दोस्ती