वहां ले आई है, जहां बस तन्हाई ही तन्हाई है, मंजिल नजर नहीं आती कोई, सब राह धुनधलाई है, जिसे सब जा था हमसफ़र, आज उसी ने बीच राह कर दी जुदाई है। शुभरात्रि लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳