मैं सोचता था प्यार कर सकता है अपने से ज्यादा कोई किसी से कैसे, मैं सोचता था जान दे सकता है अपनी कोई किसी के लिए कैसे, जब अपने पर आई तो पता चला, प्यार ही जिंदगी है, प्यार ही खुशी है, प्यार ही है सब कुछ इस जिंदगी में, मैं सोचता था। प्यार ने क्या-क्या न किया इस मासूम सी जिंदगी में, कुछ बदलाव जो शायद जरूरी बेहद जरूरी, जो सोचा न कभी मैंने, कुछ मुस्कराहट इस छोटी सी जिंदगी को जरूरी बेहद जरूरी, जो सोच न कभी मैंने, शायद अब मैं सोचता हूं, प्यार कर सकता है अपने से ज्यादा कोई किसी से ऐसे, जान दे सकता है अपनी कोई किसी के लिए ऐसे, अब मै सोचता हूं। प्यार के लिए एक गुजारिश है मेरी आपसे, प्यार में धोखा न देना प्यार को किसी प्यार के लिए, क्योंकि प्यार तो प्यार है किसी प्यारी सी मुकाम के लिए, शायद अब मैं कहूंगा, प्यार कर सकता हूं अपने से ज्यादा में किसी से ऐसे, जान दे सकता हूं अपनी मैं किसी के लिए ऐसे, अब मैं कर सकता हूं। #प्यार #जान #खुशी #मासूम #मुस्कराहट #मुकाम Vaibhav Dev Singh #YQdidi