प्रभु, एक बार तो आपने मार दिया, ये लोग हर साल क्यों जलाते है? केवल आपके भक़्त है इसलिए? मै भी शिव भक़्त था, ख़ौला मेरा भी रक्त था, जब नाक बहन की काटी गई, मेरी प्रतिष्ठा बाटी गई। त्रिलोक विजेता था, चार वेद-छह शास्त्रो का ज्ञाता था। बहन के लिए लड़ना तुम्हारा फर्ज़ था, पर अपहरण करना अपराध था। माना कि तुम बड़े ज्ञानी थे, पर साथ में अभिमानी थे। तुमने सम्मान नहीं अपमान किया। इसलिए तुम्हारा हर साल जलना फरमान किया। विजय दशमी की हार्दिक शुभकामनाएं। एक आधुनिक रावण और राम का संवाद लिखें। #रावण #संवाद #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine