हाथों से रेत फिसलती है ज़िन्दगी यूं ही चलती है रिश्ते बचाने थे मुझे तो, ये कहा वक़्त की गलती है कोई जब नज़रें चुराता है उम्मीदों की चिता जलती हैं यूं तो खिले हैं गुल चमन में एक गुलाब की कमी खलती है पत्थर दिल पहाड़ हो चला है आंसुओं की नदी निकलती है आज रात तो कर लो बातें मुझसे तुम्हें जुदा होने की क्या जल्दी है #sadquotes #sad #zindagi #love #hindipoetry #shayari #hindiurdu #madhavawana