दरीदो ने बहुत बेरहमी से नोचा था दरिंगी करते बक्त एक पल भी ना सोचा था कितनो ने ही मिलकर एक लाचार पर जुरूम उठाये थे जख्मो ने दामिनी के दर्द बताये थे नेताओं के चुनाव ना थे जो माँ बाप के दिल पे लगे घाव वो उनके दिल पे घाव ना थे कुछ दिन बाद दामिनी को सब भूल गए उसके माँ बाप गले मे फंदा डाल झूल गए फिर एक और दामिनी के साथ ऐसा हो गया क्या करे साहब,अपना प्रशासन सौ गया ©Kumar एक और दामिनी #NationalSimplicityDay