तेरी तारीफ में ऐ जाने वफ़ा, शब्द भी कम पड़ जाते है, मे तो बस इतना ही कह सकता हू, की सुबह हो या शाम हम तो बस, तेरा ही नाम गुनगुनाते है, हर जगह नजर आती है तू, तेरी यादो मे खो जाते है, अब तुझे हम कैसे बताए कि, तुझे हम कितना चाहते है, इससे ज़ियादा क्या कहु, सुबह से शाम तक तेरा नाम गुनगुनाते है,, बस इतना ही कह सकता हू कि, सबसे ज़ियादा तुझे ही चाहते है.. -मनीष शर्मा #NojotoQuote #तेरी तारीफ