Nojoto: Largest Storytelling Platform

नशीले जज़्बात मेरे मुझसे कई सवाल करते हैं, मन ही म

 नशीले जज़्बात मेरे मुझसे कई सवाल करते हैं,
मन ही मन में कुछ यूँ बवाल करते हैं..!

कि आखिर चाहिए क्या ही इसे,
क्यों मदहोश हो जाया करते हैं..!

बिन पिए ही जैसे प्रतिदिन,
मधुशाला में जाया करते हैं..!

कभी सिसकते ह्रदय की गति को बहकाया करते हैं,
कभी मंद मंद यूँ ही मुस्काया करते हैं..!

कभी डरते हैं बातें बताने से अपनी,
कभी इज़हार कर रूह को महकाया करते हैं..!

कभी शोरगुल बच्चों के झगड़े सा,
कभी चिड़ियों की मधुर आवाज़ में चहचहाया करते हैं..!

रहते हैं बेशक नशीले जज़्बात पर,
किसी को नुकसान न पहुँचाया करते हैं..!

©SHIVA KANT(Shayar)
  #kinaara #nasheelejazbaat