खुशीया कम ओर अरमान बहुत है जिसे भी लेखों परेशान बहुत है करीब से देखा तो निकला रेत का घर मगर दुर से उसकी शान बहुत है कहते हैं सच का कोई मुकाबला नहीं मगर आज झुट की पहचान बहुत है मुश्किल से मीलता है शहर में आदमी यु तो कहने को इंसान बहुत है © Raja Raja राजा दिल से #OneSeason