ये तो अच्छा हुआ,उनसे नजरें नहो मिली राहें उनहो ने बदली,पर मंजिल मुझे ना मिली अब दिल मे उमड़ते बादलों का क्या करे ना उन्हे आसमान मिला,ना मुझे बरसात मिली . Najarey