दर्द की दास्ताँ --------------- चेहरे पे हसीं , आँखों में पानी ; बिन बताई बात , महसूस करनी ।। suvam(sirf tum) कठोर दिल अब टूटता नहीं, छोटी छोटी बात अब कहता नहीं ।। उसकी हर बात घूमे दिल में , अब हर बात होगी सिर्फ कहानी में ।। सुबह कि पहली और रात की आखरी याद , अब शायद ही होगी कभी उनकी बात ।। कुछ सपने अधूरे तो कुछ टूट गए , सारि यादेँ कल रात मिट गए ।। शायद अब बात या याद न आए , और ये दर्द की दास्तां यही मिट जाए ।। On demand for friend