मैं तुझसे इश़्क न करता गर ये मेरा दिल तुझपे न मरता, चाहत को तेरी यूँ न तरसता गर मेरा मन मेरी काबू में रहता, सोंचता नहीं हर वक्त़ तेरी बातें गर होती नहीं वो हसीन मुलाकातें, मंजर तो अब सब कुछ बदला सा है तेरे बिन मेरा सब कुछ तन्हा सा है, तुझको पा लूँ मैं अब सारी उम्र के लिए शामिल हो जा साहिल बनकर तू, दिल की दहलीज़ पे मेरे। #FreakySattyShaayri #YQbaba #LoveShaayri I could have been different, if you were not that significant.