तुम्हारी मौन ध्वनि सुन कर, कोई तुम्हारी पीड़ा भांप सके। ऐसा तो संभव नहीं। तुम्हे जो क्षण क्षण आहत करे, उन पर इतना विश्वास किसलिए, व्यर्थ की आशा हृदय में। ठीक नहीं। इतना साहस सबके पास नहीं। जो अपनों के खिलाफ प्रतिक्रिया दे सके। अब तुम्हे स्वयं ही हिंसक बनना होगा। बेड़ियों को तोड़कर, तुम्हे लड़ना होगा ,तुम्हे तुम्हारे लिए, यह पथ स्वीकार करना होगा। ©Ruksar Bano #ZulmKabTak #stopdomesticviolence #womansemopwerment #nojotohindi #nojotonewz #nojotoenglish