Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैंने पाश को घुटन में देखा, संबंधों की गहरी खाई के

मैंने पाश को
घुटन में देखा, संबंधों की गहरी खाई के बीच
जहाँ था खालीपन का भयानक कुंआ,
पाश ने अपनी जेब से
एक डायरी निकाली और दर्ज़ किया
उस उगने वाले खालीपन को,
डायरी के एक छोर पर
और कहा-

बरसों के बाद, भी
हर शहर में उदासी होंगी, स्तंब्ध..
और चीख उठेगा,
वही भरोसा, जो कभी
किसी ने किसी पर, दया से नहीं,
शारीरिक नहीं
मानसिक हलचल के, अंतर्द्वंद में किया...!

अनुभूति

©डॉ. अनुभूति
  #me #Poetry #Trending