अपने मन मंदिर में तुझसे मिलने के ख्वाब सजाए थे, कांँटो से भरी गलियों में हमने प्यार के फूल बिछाए थे। तोड़ दिए सारे के सारे ही ख्वाब तूने एक-एक करके मेरे, रौंद दिए पैरों तले ख्वाहिशों के फूल जो हमने बिछाए थे। हमने भी तुझे दिल से निकाल कर सारे अरमान मिटा दिए, देखे थे जो हसीन ख्वाब हमने एक-एक करके दफना दिए। #PnDWnaPoWriMo10 A Metaphor writing challenge 🔥 Open for All 🔥 brought to you by Proverbs World and Dreams World ♥️ Dear PW fam! ✨