कहीं और नहीं मयखाना अपने जेहन में रखता हूं जब भी तलब मे होता हूँ चंद घूंट याद के हलक से उतार लेता हूँ #nojoto_poetry #hindi_poetry #khayalat #two_liner #pure_work_of_fiction #kuch_bhi #sa_bbr #nojoto