ए रात मेरी , मेरे हुजूर का इंतजार क्यूं है तुझे वो कह गए थे ना आखरी मुलाकात मुकम्मल हो रही है समेट लो इस पल को अपनी यादों में फिर दोबारा मिलना हो ना हो... ©Manas Rajput #इंतजार #ReachingTopoftheimagination