जय और पराजय साथ साथ चलते है कभी जल्दी तो कभी देर से पर जरूर मिलते है निरंतर पराजय से कभी कोई टूट जाता है वहीं हर बार की जय मिलने पर किसी को गुरूर आता है फिर आपस में जगह बदल कर जय पराजित और पराजय विजित मानव को समझाता है सदा नहीं रहता कुछ भी एक सा समय बस बदलता जाता है #Silence #जय #पराजय #सत्य #मानव #किस्मत #दुनिया #घमंड #टकराव #अंत