मैने उसे अरसे से मरते देखा ह ... खा कर हक से जिन्दा होते देखा ह ... अपनी इज्जत को निलाम नही करता पैसो के लिए ,,,, उस गरीब के घर खुशियो का पौधा हरा देखा ह .... रख कर अपना निवाला दूसरे की थाली मे ,,,, अपने पेट को भरा कहते देखा ह .... वो जुल्म सहता रहा वतन के खातिर ,,,, अमीरो को उसी से रिश्वत खाते देखा ह .... वो हर धर्मो को मान लेता ह एक समझ कर ,,,,, उसी मुल्क को धर्मो मे लडते देखा ह ...... वाह ...कमाल ह #Hansu ,, ऐ जिन्दगी तेरी भी ,,,, एक गरीब को ,गरीब ही भले ह ,सुकून से कहते देखा ह .