दीप्ति बरी ब्रह्मरंध्रन में, श्वेत-श्वेत व्यप ध्याया है । समाधिस्थ प्रेरण अभ्यन्तर, अलल विहंगम पाया है ।। दीप्ति बरी ब्रह्मरंध्रन में, श्वेत-श्वेत व्यप ध्याया है । समाधिस्थ प्रेरण अभ्यन्तर, अलल विहंगम पाया है ।। #रौशनी #collab #yqdidi #alokstates Collaborating with YourQuote Didi #rkap #rkap_ke_quote