क्या हुआ तुम इतना हो बेताब किस लिए? प्यार का इन आँखों में है ख़्वाब किस लिए? कहते हो कि वास्ता ना अब किसी से है मेरा; फिर दिल में है तेरे इश्क़ का सैलाब किस लिए? #बेताबियाँ #सैलाब #ख़्वाब