चिराग कोई अंधेरे में जलाना जरूरी है कोई सैलाब समंदर में उठाना जरूरी है ख़ामोशी से यहाँ हासिल नहीं कुछ भी बहरों का शहर है, चिल्लाना जरूरी है..!! ©نیہا जरुरी है.......! #hindipanktiyaan udass Afzal Khan